दरअसल मेरी रुचि शुरू से ही मौलिक फिक्शन ही लिखने में रही। दरअसल मेरी रुचि शुरू से ही मौलिक फिक्शन ही लिखने में रही।
मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वैसे तो म मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वै...
मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की जिन्दग मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की...
"बोरियत" जैसा विषय भी कभी इतना रुचिकर हो सकता है , ये इसे पढ़्कर आप खुद समझ जायेंगे. मैं जो बोरियत क... "बोरियत" जैसा विषय भी कभी इतना रुचिकर हो सकता है , ये इसे पढ़्कर आप खुद समझ जाये...
मै जब बीमार था तब रो रहा थापर मुझसे भी अधिक आंसू कोई और बहाए जा रहा था ,वो थे पापा मै जब बीमार था तब रो रहा थापर मुझसे भी अधिक आंसू कोई और बहाए जा रहा था ,वो थे पा...